
क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटी सी रेसिपी आपके दिल के करीब कैसे बन जाती है? ये कहानी है मेरी नई-नई शादी के दिनों की, जब घर में गरम मसाला ख़तम हो गया और मुझे लौकी के कोफ्ते बनाने थे। ये सिर्फ एक रेसिपी नहीं, बल्कि मेरी सासू मां की याद और उनके प्यार का एक अनमोल तोहफा है। सभी लोग-सास, ससुर, ननद, देवर, जेठ, जेठानी, और उनके बच्चे-सब खुश थे क्योंकि मैं पहली बार कोफ्ते बनाने वाली थी। लेकिन, समस्या ये थी कि गरम मसाला ख़त्म हो चुका था! घर से बाहर जाती नहीं थी, तो मैंने सोचा, अब क्या करूं? किसे बोलूं?
फ़िर मैं धीरे से सासु माँ के पास गई और बोली, “माँ जी, मसाला कहाँ रखा है? मुझे मिल नहीं रहा।” सासू माँ रसोई में आई और देखा, “अरे, गरम मसाला तो ख़तम हो गया!” उन्होंने मुझे खड़े मसाले दिखाए और बताया कि कौन सा मसाला कितनी मात्रा में डालना है। मैंने एक कॉपी और पेन लिया और हर बात नोट की। तब से ये रेसिपी मेरी हर कोफ्ते की शान बन गई।
घर का बना गरम मसाला: 1 किलो और 2 किलो की पूर्ण रेसिपी
गरम मसाला भारतीय रसोई का दिल है, जो हर डिश में स्वाद और खुशबू का जादू बिखेरता है। नीचे हम आपको 1 किलो और 2 किलो गरम मसाला बनाने की विस्तृत रेसिपी दे रहे हैं, जिसमें मसालों की सही मात्रा और आसान विधि शामिल है। यह रेसिपी मेरी सासू माँ की उस पारंपरिक विधि से प्रेरित है, जो मैंने अपनी नई-नई शादी के दिनों में सीखी थी।
1 किलो गरम मसाला रेसिपी
सामग्री
(1 किलो के लिए)
धनिया के बीज: 400 ग्राम
जीरा: 150 ग्राम
सौंफ: 100 ग्राम
काली मिर्च: 80 ग्राम
बड़ी इलायची: 40 ग्राम
हरी इलायची: 25 ग्राम
लौंग: 30 ग्राम
दालचीनी: 60 ग्राम
तेज पत्ता: 50 ग्राम
जायफल: 10 ग्राम
जावित्री: 15 ग्राम
सूखी अदरक (सोंठ): 20 ग्राम
नागकेसर (वैकल्पिक, अगर उपलब्ध हो): 10 ग्राम
चक्रफूल (वैकल्पिक): 10 ग्राम
कबाब चीनी (वैकल्पिक): 10 ग्राम
कुल वजन: लगभग 1000 ग्राम (1 किलो)
2 किलो गरम मसाला रेसिपी
सामग्री (2 किलो के लिए)
ऊपर दी गई मात्रा को बस दोगुना कर लें:
धनिया के बीज: 800 ग्राम
जीरा: 300 ग्राम
सौंफ: 200 ग्राम
काली मिर्च: 160 ग्राम
बड़ी इलायची: 80 ग्राम
हरी इलायची: 50 ग्राम
लौंग: 60 ग्राम
दालचीनी: 120 ग्राम
तेज पत्ता: 100 ग्राम
जायफल: 20 ग्राम
जावित्री: 30 ग्राम
सूखी अदरक (सोंठ): 40 ग्राम
नागकेसर (वैकल्पिक): 20 ग्राम
चक्रफूल (वैकल्पिक): 20 ग्राम
कबाब चीनी (वैकल्पिक): 20 ग्राम
कुल वजन: लगभग 2000 ग्राम (2 किलो)
बनाने की विधि (1 किलो और 2 किलो के लिए समान)
मसालों को तैयार करें:
सभी साबुत मसालों को अलग-अलग साफ कर लें। किसी भी तरह की धूल या अशुद्धियाँ हटा दें।
सुनिश्चित करें कि मसाले सूखे हों।
मसाले भूनें:
एक मोटे तले वाले तवे या कढ़ाई को धीमी आंच पर गर्म करें।
प्रत्येक मसाले को अलग-अलग हल्का भूनें। भूनते समय ध्यान रखें कि मसाले जलें नहीं, बस उनमें से हल्की खुशबू आने लगे।
भूनने का समय:
धनिया, जीरा, सौंफ: 2-3 मिनट
काली मिर्च, लौंग, इलायची: 1-2 मिनट
दालचीनी, तेज पत्ता, जायफल, जावित्री, सोंठ, नागकेसर, चक्रफूल, कबाब चीनी: 30 सेकंड से 1 मिनट
भूनने के बाद मसालों को एक थाली में फैलाकर पूरी तरह ठंडा होने दें।
मसाले पीसें:
ठंडे मसालों को मिक्सी या ग्राइंडर में डालें।
छोटे-छोटे बैच में पीसें ताकि पाउडर बारीक और एकसार बने।
अगर मसाले ज्यादा गर्म हो जाएँ, तो ग्राइंडर को बीच-बीच में रोककर ठंडा होने दें।
पाउडर छानें:
पीसे हुए मसाले को बारीक छलनी से छान लें ताकि पाउडर मुलायम और एकदम बारीक हो।
अगर कोई मोटे टुकड़े रह जाएँ, तो उन्हें दोबारा पीस लें।
भंडारण:
तैयार गरम मसाले को एयरटाइट कांच की बोतल या स्टील के डिब्बे में भरें।
इसे ठंडी, सूखी, और अंधेरी जगह पर रखें ताकि इसकी खुशबू और स्वाद लंबे समय तक बरकरार रहे।
उपयोग और भंडारण टिप्स
उपयोग: यह गरम मसाला हर तरह की भारतीय रेसिपी जैसे करी, सब्जी, दाल, पुलाव, बिरयानी, और ग्रेवी में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे खाना बनने के अंत में थोड़ा सा डालें ताकि इसकी खुशबू बनी रहे।
भंडारण अवधि: सही तरीके से रखने पर यह गरम मसाला 8-10 महीने तक अपनी खुशबू और स्वाद बनाए रखता है।
टिप: मसाले को हमेशा छोटे डिब्बों में भरें और बार-बार खोलने से बचें ताकि इसकी ताजगी बनी रहे।
क्यों खास है ये रेसिपी?
यह गरम मसाला रेसिपी मेरी सासू माँ की दी हुई है, जो उन्होंने मुझे तब सिखाई थी जब मैं नई-नई दुल्हन थी। उस दिन घर में गरम मसाला खत्म हो गया था, और मुझे लौकी के कोफ्ते बनाने थे। सासू माँ ने मुझे न सिर्फ मसाले की मात्रा और विधि सिखाई, बल्कि यह भी बताया कि हर मसाले का स्वाद और खुशबू कैसे खाने को खास बनाती है। आज, सात साल बाद भी, जब मैं यह गरम मसाला बनाती हूँ, उनकी यादें ताजा हो जाती हैं।
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